हरियालो राजस्थान योजना राजस्थान सरकार की एक महत्वाकांक्षी परियोजना है, जिसका उद्देश्य राज्य को हरित और सुंदर बनाना है। इस योजना के तहत, राज्य सरकार वृक्षारोपण, जल संचयन और अन्य पर्यावरण संबंधी कार्यों पर ध्यान केंद्रित कर रही है। *मुख्य उद्देश्य:* - राज्य में वृक्षारोपण को बढ़ावा देना और वन क्षेत्र को बढ़ाना - जल संचयन और जल संरक्षण को प्रोत्साहित करना - पर्यावरण संरक्षण और प्रदूषण नियंत्रण के लिए काम करना - राज्य को सुंदर और हरित बनाना *कार्यक्रम और गतिविधियाँ:* - वृक्षारोपण अभियान: राज्य सरकार वृक्षारोपण अभियान चला रही है, जिसमें लोगों को वृक्षारोपण के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। - जल संचयन: राज्य सरकार जल संचयन के लिए विभिन्न कार्यक्रम चला रही है, जैसे कि वर्षा जल संचयन और जल संरक्षण। - पर्यावरण संरक्षण: राज्य सरकार पर्यावरण संरक्षण के लिए काम कर रही है, जैसे कि प्रदूषण नियंत्रण और वन संरक्षण। *लाभ:* - राज्य को हरित और सुंदर बनाने में मदद मिलेगी - पर्यावरण संरक्षण और प्रदूषण नियंत्रण में मदद मिलेगी - जल संचयन और जल संरक्षण में मदद मिलेगी - लोगों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागर...
क्या आपको अज़ीब लगा की प्रकाश की रफ़्तार से तेज़ कोई हो सकता है ... सुनने में यह अपने को लग सकता है की हा कोई ऐसी चीज़ चल भी पाये पर प्रकाश की रफ़्तार के बारे में जान लीजिये फिर बताइये तो प्रकाश की गति होती है 300000000 m/sec यानि हर एक सेकंड में लाइट इतनी दुरी तय कर जाती है current affair for upsc,ssc अब आप बताइये की ये मुमकिन है अब आप कहेगे नही सही है ये मुमकिन किसी सॉलिड द्रव्यमान की वस्तु के लिए उतना ही नाममुंकिन है जितना की चाँद पर हवा तो अब ये मुमकिन कैसे हो सकता है ऐसी वस्तु का निर्माण जिसका द्रव्यमान स्थिर होने पर न हो गतिमान होने पर अल्प हो जाये और उसके द्वारा ऊर्जा की उत्पत्ति स्वयं हो तो यह मुमकिन है पर ये होना आज के विज्ञान में संभव नही है ऊर्जा की निर्माण के लिए स्त्रोत होगा ही होगा और उस ऊर्जा का स्त्रोत का द्रव्यमान भी होगा और वह भार उस वस्तु को धीमा कर देगा सापेक्ष रूप में कहे तो यह हवा से एनर्जी ले तो भी यह अपने भार में वृद्धि करेगी लेकिन यदि हम इस स्त्रोत ढूंढे जो न अपने निर्गत से ऊर्जा ले साथ में ऊर्जा मान नियत रहे तो ये मुमकिन है तब ये संभव हो पाये...