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hariyalo rajasthan अभियान राजस्थान ! जाने

हरियालो राजस्थान योजना राजस्थान सरकार की एक महत्वाकांक्षी परियोजना है, जिसका उद्देश्य राज्य को हरित और सुंदर बनाना है। इस योजना के तहत, राज्य सरकार वृक्षारोपण, जल संचयन और अन्य पर्यावरण संबंधी कार्यों पर ध्यान केंद्रित कर रही है। *मुख्य उद्देश्य:* - राज्य में वृक्षारोपण को बढ़ावा देना और वन क्षेत्र को बढ़ाना - जल संचयन और जल संरक्षण को प्रोत्साहित करना - पर्यावरण संरक्षण और प्रदूषण नियंत्रण के लिए काम करना - राज्य को सुंदर और हरित बनाना *कार्यक्रम और गतिविधियाँ:* - वृक्षारोपण अभियान: राज्य सरकार वृक्षारोपण अभियान चला रही है, जिसमें लोगों को वृक्षारोपण के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। - जल संचयन: राज्य सरकार जल संचयन के लिए विभिन्न कार्यक्रम चला रही है, जैसे कि वर्षा जल संचयन और जल संरक्षण। - पर्यावरण संरक्षण: राज्य सरकार पर्यावरण संरक्षण के लिए काम कर रही है, जैसे कि प्रदूषण नियंत्रण और वन संरक्षण। *लाभ:* - राज्य को हरित और सुंदर बनाने में मदद मिलेगी - पर्यावरण संरक्षण और प्रदूषण नियंत्रण में मदद मिलेगी - जल संचयन और जल संरक्षण में मदद मिलेगी - लोगों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागर...

राजस्थान की प्रसिद्ध साहित्यिक कृतियां

Special RAS MAINS EXAM राजस्थानी साहित्य की कुछ प्रमुख रचनाएँ  (पार्ट- 1) ▪️पृथ्वीराज रासौ (चन्दबरदाई) : इसमें अजमेर के अन्तिम चैहान सम्राट- पृथ्वीराज चौहान तृतीय के जीवन चरित्र एवं युद्धों का वर्णन। यह पिंगल में रचित वीर रस का महाकाव्य है। माना जाता है कि चन्द बरदाई पृथ्वीराज चैहान का दरबारी कवि एवं मित्र था। ▪️खुमाण रासौ ( दलपत विजय ) : पिंगल भाषा के इस ग्रन्थ में मेवाड़ के बप्पा रावल से लेकर महाराजा राजसिंह तक के मेवाड़ शासकों का वर्णन है। ▪️विरूद छतहरी, किरतार बावनौ (कवि दुरसा आढ़ा) : विरूद् छतहरी महाराणा प्रताप को शौर्य गाथा है और किरतार बावनौ में उस समय की सामाजिक एवं आर्थिक स्थिति को बतलाया गया है। दुरसा आढ़ा अकबर के दरबारी कवि थे। इनकी पीतल की बनी मूर्ति अचलगढ़ के अचलेश्वर मंदिर में विद्यमान है। ▪️बीकानेर रां राठौड़ा री ख्यात (दयालदास सिंढायच) : दो खंडोे के ग्रन्थ में जोधपुर एवं बीकानेर के राठौड़ों के प्रारंम्भ से लेकर बीकानेर के महाराजा सरदार सिंह सिंह के राज्यभिषेक तक की घटनाओं का वर्णन है ! ▪️सगत रासौ (गिरधर आसिया) : इस डिंगल ग्रन्थ में महाराणा प्रताप के छोटे भाई शक्तिसि...

राजस्थान के आभूषण for state exam

 राजस्थान के आभूषण परीक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण 1. सिर के आभूषण 1.शीशफूल 2. रखडी (राखड़ी) 3. बोर 4. टिकड़ा 5. मेमन्द 2. माथा/ मस्तक के आभूषण 1. बोरला 2. टीका 3. मांग टीका 4. दामिनी 5. सांकली 6. फीणी 7. टिडी भलको 8. बिन्दी 3. नाक के आभूषण 1. बेसरि / बसेरी 2. नथ 3. चोप 4. लोंग 5. चूनी 6. लटकन 7. वारी 8. नथ 4. कान के आभूषण 1. झुमका 2. टाॅप्स 3. कर्णफूल 4. सुरलिया 5. भूचारिया 6. टोटी 7. पाटी सूलिया 8. बाली 9. ओगणिया 10. मोरफवर 11. मुरकी 5. दांत के आभूषण 1. रखन 2. चूप 6. गले के आभूषण 1. झालर 2. कंठी 3. मटरमाला 4. ठूस्सी 5. मोहरण 6. चम्पाकली 7. हालरो 8. हंसली 9. पंचलड़ी 10. तिमणिया 11. तुलसी 12. पोत 13. मोहनमाला 14. चंदनहार 15. मादलिया 16. बजंटी 17. मंडली 18. हंसहार 19. हमलो 20. खुंगाल्ली 21. बलेवड़ा 22. हांकर 23. सरी 24. कंठमाला 7 कलाई /हाथ के आभूषण 1. गजरा 2. गोखरू 3. चूडियां 4. चूडा 5. हथफूल 6. बगडी 7. पूचियों 8. पाटला 9. कंगन 10. छल्ला 11. कड़ा 12. कंकण 13. भोकड़ी 8 अंगुली के आभूषण 1. दामणा 2. हथपान 3. छडा 4. बीदिया 5. अंगुठी 6. बींठी 7. मूंदड़ी 8. कुडक 9. नथड़ी/ भंवरकडी 9 बाजू के...

नवजागरण के जनक और आज़ादी के सच्चे सेनानायक

🔰 भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में सुभाष चंद्र बोस की भूमिका 🔰 ================================ 🔹 बोस को 1925 में राष्ट्रवादी गतिविधियों के लिए मांडले में जेल भेज दिया गया। वह 1927 में रिहा हुए और INC के महासचिव बने। 🔹 उन्होंने जवाहरलाल नेहरू के साथ काम किया (14 नवंबर - 1889 को जन्म) और दोनों कांग्रेस पार्टी के युवा नेता बन गए, जो लोगों के बीच लोकप्रियता हासिल कर रहे थे। 🔹 उन्होंने पूर्ण स्वराज की वकालत की और इसे हासिल करने के लिए बल प्रयोग के पक्ष में थे। 🔹 गांधी के साथ उनके मतभेद थे और वे स्वतंत्रता के लिए एक उपकरण के रूप में अहिंसा के लिए उत्सुक नहीं थे। 🔹 बोस के लिए खड़ा था और 1939 में पार्टी के अध्यक्ष चुने गए, लेकिन गांधी के समर्थकों के साथ मतभेद के कारण उन्हें इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया गया। 🔹 बोस की विचारधारा समाजवाद और वामपंथी अधिनायकवाद की ओर झुकी। उन्होंने 1939 में कांग्रेस के भीतर एक धड़े के रूप में ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक का गठन किया। 🔹 द्वितीय विश्व युद्ध की शुरुआत में, बोस ने युद्ध में घसीटने से पहले भारतीयों से परामर्श न करने के लिए सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्...

राजस्थान की प्रमुख हवेलियां , नाम और स्थान

राजस्थान की प्रमुख हवेलिया 1. सुराणों की हवेलियां = चुरू जिले मे स्थित है 2. रामविलास गोयनका की हवेली-= चुरू जिले मे स्थित है 3. मंत्रियों की मोटी हवेली = चुरू जिले मे स्थित है 4. बच्छावतों की हवेली = बीकानेर जिले मे स्थित है 5. बिनाणियों की हवेली = सीकर जिले मे स्थित है 6. पंसारियों की हवेली = सीकर जिले मे स्थित है 7. पुरोहित जी की हवेली = जयपुर जिले मे स्थित है 8. रत्नाकर पुण्डरिक भट्ट की हवेली= जयपुर जिले मे स्थित है 9. बडे़ मियां की हवेली = जैसलमेर जिले मे स्थित है 10. नथमल की हवेली = जैसलमेर जिले मे स्थित है 11. पटवों की हवेली= जैसलमेर जिले मे स्थित है 12. सालिम सिंह की हवेली = जैसलमेर (9 खंडों की हवेली) जिले मे स्थित है 13. बागोर हवेली = उदयपुर (इसमें पश्चिमी क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र की स्थापना 1986 में हुई।) जिले मे स्थित है 14. मोहन जी की हवेली = उयपुर जिले मे स्थित है 15. पुश्य हवेली = जोधपुर जिले मे स्थित है 16. पच्चीसा हवेली = जोधपुर जिले मे स्थित है a 17. नाथूराम पोद्दार की हवेली = बिसाऊ (झुनझुनू) जिले मे स्थित है 18. सेठ जयदयाल केडिया की हवेली = बिसाऊ (झुनझुनू) 19. रामना...

Rajasthan Village development officer mains cut off final expected

राजस्थान में vdo exam 4 shift में 27 दिसंबर व 28 दिसंबर को जिला मुख्यालयों पर संपन्न हुई rsmssb बोर्ड द्वारा परीक्षा का आयोजन किया गया । Rsmssb के सुप्रीमो हरिप्रसाद जी शर्मा द्वारा परीक्षा के सफल आयोजन होना बताया गया। पंद्रह लाख बेरोजगारों द्वारा अपना भाग्य का फैसला किया परीक्षा में तीन चौथाई परीक्षार्थी उपस्थित हुए। पेपर देने वाले छात्रों से पेपर के स्तर का आकलन करने पर उन्होंने बताया कि पेपर में math और कंप्यूटर के सवाल उच्च कोटि के थे और बिना स्पष्ट सिलेबस वर्गीकरण नही होने से परीक्षा पत्र मुश्किल रहा। चारो पेपर की expected cut off - Gen Ur -50-56 Obc-50-55 Sc-46-51 St-43-47 Ews व Mbc की cut off बराबर रहने का अनुमान होगा। मेरे प्रिय भाईयो यह कट ऑफ विभिन्न स्त्रोत से अनुमान और छात्र से विचार से प्राप्त हुए है। आपके सुझाव आमंत्रित है।

Jaipur Aamer fort amazing Pictures : Rajasthan fort

आमेर फोर्ट के चित्र 

Jaisalmer Must visit places

जैसलमेर राजस्थान के पश्चिम में बसा एक बहुत ही सुंदर शहर है जो रजवाड़ों की शाही अंदाज की निशानी सा लगता है क्योंकि जैसलमेर में एक बार जाने पर आपको लगेगा जैसे की सोने के शहर में आ गए है क्योंकि यहां का पीला संगमरमर अपने आप में सोने का अहसास दिलाता है सुबह सुबह जब सूर्य की किरणे इस शहर पर गिरती है तो ये सोने सा चमकता हुआ लगता है इसीलिए इसे स्वर्णनगरी कहते है। राजस्थान भ्रमण में आपको जैसलमेर जरूर घूमने आना चाइए क्योंकि असली राजस्थान यही दिखता है थार के मरुस्थल के बीचोबीच जहाज के समान सोनार दुर्ग सबसे सुंदर जगहों में एक है। सोनार किला एक ऐसा किला है जहा राजा के साथ जनता भी रहती थी बल्कि वहा अभी भी रहती है।  सोनार किला के अंदर पतली पतली गलियां सबसे मजेदार है और जैसे उन्हे घूमते है हर बार एक नई सुंदर हवेली फोटो सेशन के लिए पाते है। सोनार किले में जैन मंदिर ,दीवान की हवेली और बादल महल,राजमहल, आवड माता का मंदिर,रानी का महल बहुत ही सुंदर है, राजाघराने का संग्रहालय है जो भी देखने लायक है ताजिया टावर है जहा से पूरे जैसलमेर का नजारा दिखता है। जैसलमेर में घड़सीसर झील,बोटिंग के दीवानो...