हरियालो राजस्थान योजना राजस्थान सरकार की एक महत्वाकांक्षी परियोजना है, जिसका उद्देश्य राज्य को हरित और सुंदर बनाना है। इस योजना के तहत, राज्य सरकार वृक्षारोपण, जल संचयन और अन्य पर्यावरण संबंधी कार्यों पर ध्यान केंद्रित कर रही है। *मुख्य उद्देश्य:* - राज्य में वृक्षारोपण को बढ़ावा देना और वन क्षेत्र को बढ़ाना - जल संचयन और जल संरक्षण को प्रोत्साहित करना - पर्यावरण संरक्षण और प्रदूषण नियंत्रण के लिए काम करना - राज्य को सुंदर और हरित बनाना *कार्यक्रम और गतिविधियाँ:* - वृक्षारोपण अभियान: राज्य सरकार वृक्षारोपण अभियान चला रही है, जिसमें लोगों को वृक्षारोपण के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। - जल संचयन: राज्य सरकार जल संचयन के लिए विभिन्न कार्यक्रम चला रही है, जैसे कि वर्षा जल संचयन और जल संरक्षण। - पर्यावरण संरक्षण: राज्य सरकार पर्यावरण संरक्षण के लिए काम कर रही है, जैसे कि प्रदूषण नियंत्रण और वन संरक्षण। *लाभ:* - राज्य को हरित और सुंदर बनाने में मदद मिलेगी - पर्यावरण संरक्षण और प्रदूषण नियंत्रण में मदद मिलेगी - जल संचयन और जल संरक्षण में मदद मिलेगी - लोगों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागर...
मच्छर को कम करने के लिए आल आऊट या मोर्टीन का उपयोग करते होंगे लेकिन आपको पता होगा ये सभी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं।तो चलिए मैं आपको मच्छरों को कम करने के लिए कुछ आयुर्वेदिक नुस्खे बताते है । सरसों के तेल में अजवाइन पाउडर मिलाकर इससे गत्ते के टुकड़ों को भिगो लें और कमरे में ऊंचाई पर रख दें। मच्छर पास भी नहीं आएंगे। कमरे में कपूर जला दें और 10 मिनट के लिए खिड़की और दरवाजों को बंद कर दें। सारे मच्छर भाग जाएंगे। किसी कपड़े में कपूर और लौंग को साथ में रखकर बांध के कहीं टांग देने से भी मच्छर कमरे में नहीं आएंगे। लहसुन की तेज गंध मच्छरों को दूर रखती है। लहसुन का रस शरीर पर लगाएं या फिर इसका छिड़काव करें। लैवेंडर के फूल की खुशबू असरदार होती है जिससे मच्छर भाग जाते हैं। इस घरेलू उपाय के उपयोग के लिए लैवेंडर के तेल को कमरे में प्राकृतिक फ्रेशनर के रूप में छिड़कें। लेमन बाम का पोधा, पुदीने की प्रजाति से संबंधित होता है। इसकी गंध बहुत ही तेज होती है। हालांकि तितली, मधुमक्खियां और इंसानों की इसकी खुशबू अपनी तरफ आकर्षित करती है। आप इसे घर की किसी भी ऐसे कोने में इसे उगा सकते हो जहां आप चाहते है...