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क्या दूसरे ग्रह के लोग धरती पर मौजूद है या थे ??

विज्ञान की दुनिया एक असीम असंख्य सीमा का ज्ञान है , जहा जा पाना और उसे पा पाना उसी तरह असंभव सा लगता है जैसे सूरज के पास जा पाना ।  अब आज का विज्ञान ब्रह्मांड के दूसरे संजीवो को खोजने में लगा है,और धरती के लगभग सभी अंतरिक्ष अनुसंधान वाले मंगल तक पहुंच चुके है । लेकिन अभी भी एलियन की खोज होना बाकी है जिसे अभी कपोल कल्पना ही माना है लेकिन सोचने की बात ये है की धरती पर मानव है उसी तरह इस ब्रह्मांड की कोई और धरती होगी और वहा के वासी भी होगे । और हो सके तो उनकी पहुंच अपनी धरती तक हो गई हो जो हमारे बीच ही रह रहे हो जैसे की जासूस ?? क्या जाने इसमें कितनी सचाई है या मेरी कल्पना बाकी उनकी कहानियां इन दिनों बहुत सी जगह सुनने में आती है सबसे ज्यादा अमेरिका तो क्या अमेरिका के एलियन से कोई संबंध या एलियन का उस धरती से सीधा जुड़ाव लगता है। सुनने में हैरान करता है की वहा की फिल्मों में इस तरह की चीज़े दिखाई गई है जैसे की "Men in black" और "Stranger things" में । बाकी आप अपनी राय जरूर बताएं ।

प्राचीन काल में ऊंचे शिखरों वाले मंदिरों का निर्माण केसे हुआ (How Ancient Temple's Built)

प्राचीन धरोहरों और मंदिरों का शिखर केसे बने जाने ---- प्राचीन काल के मंदिरों और राज प्रसादो को ऊंचे पहाड़ी शिखरों पर बना देखकर ऐसा लगता है की आखिर हमारे पूर्वजों के पास ऐसे क्या हुनर रहे होंगे की उन्होंने ऐसे महान कलाकृति बनाई है उसके उदाहरण है अंकोरवाट का मंदिर, राजा भोज मंदिर, मिस्त्र के पिरामिड,राजस्थान और दक्षिण भारत के आज से 1000 साल पुराने सभी मंदिर। जो बेसर शैली, द्रविड़ शैली और नागर शैली में निर्मित तो होते थे लेकिन उनके निर्माण में ऊंचे शिखरों और पहाड़ी पर निर्माण के समय पत्थर को पहुंचाना आखिर किस तरह होता होगा।  तो दोस्तो पहले मंदिर और उसके निर्माण का डिजाइन बनाया जाता होगा जिससे क्षेत्र का अंदाजा हो जाए फिर वहा उच्च कारीगरों का दल बुलाया जाता होगा जो उस डिजाइन अनुरूप पत्थर और चट्टान समायोजन कर सके। मंदिर के पत्थरोको तराशकर हाथियो की सहायता से ऊपर शिखर तक पहुंचाया जाता होगा। जैसलमेर का किले का वीडियो youtube video लेकिन शिखर तक  पहुंचने के लिए रैंप की निर्माण होता होगा जिसका ढाल बहुत कम रहता होगा जिससे इन रैम्प की लंबाई शिखर की ऊंचाई अनुसार बढ़ जाती होगी। फिर पत्थ