सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

hariyalo rajasthan अभियान राजस्थान ! जाने

हरियालो राजस्थान योजना राजस्थान सरकार की एक महत्वाकांक्षी परियोजना है, जिसका उद्देश्य राज्य को हरित और सुंदर बनाना है। इस योजना के तहत, राज्य सरकार वृक्षारोपण, जल संचयन और अन्य पर्यावरण संबंधी कार्यों पर ध्यान केंद्रित कर रही है। *मुख्य उद्देश्य:* - राज्य में वृक्षारोपण को बढ़ावा देना और वन क्षेत्र को बढ़ाना - जल संचयन और जल संरक्षण को प्रोत्साहित करना - पर्यावरण संरक्षण और प्रदूषण नियंत्रण के लिए काम करना - राज्य को सुंदर और हरित बनाना *कार्यक्रम और गतिविधियाँ:* - वृक्षारोपण अभियान: राज्य सरकार वृक्षारोपण अभियान चला रही है, जिसमें लोगों को वृक्षारोपण के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। - जल संचयन: राज्य सरकार जल संचयन के लिए विभिन्न कार्यक्रम चला रही है, जैसे कि वर्षा जल संचयन और जल संरक्षण। - पर्यावरण संरक्षण: राज्य सरकार पर्यावरण संरक्षण के लिए काम कर रही है, जैसे कि प्रदूषण नियंत्रण और वन संरक्षण। *लाभ:* - राज्य को हरित और सुंदर बनाने में मदद मिलेगी - पर्यावरण संरक्षण और प्रदूषण नियंत्रण में मदद मिलेगी - जल संचयन और जल संरक्षण में मदद मिलेगी - लोगों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागर...

rajasthan board result ( New Result 12th science )

Rajasthan 12th science result (rbse science result )
Rajresult.nic.in
राजस्थान बोर्ड का रिजल्ट जानने के लिए राजस्थान बोर्ड के साइट पर जाकर अपना रोल नंबर और अपने नाम से अपना रिजल्ट देख सकते हैं माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान 8 जुलाई को 4:00 बजे अपना रिजल्ट घोषित कर रहा है और यह रिजल्ट राजस्थान बोर्ड की साइट पर आ रहा है इस रिजल्ट को देखने के लिए विद्यार्थी अपने रोल नंबर को अवश्य याद रखें इस बार कोरोनावायरस की वजह से सभी परीक्षाओं में देरी के चलते पहली बार इतना लेट रिजल्ट प्रकाशित हो रहा है इसलिए  बोर्ड चाहता है कि विद्यार्थियों को अब और परेशानी का सामना न करना पड़े इसके लिए वह जल्द ही दसवीं बोर्ड का रिजल्ट भी जारी कर देगा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने यह आश्वासन दिया है कि वह जल्द ही यूनिवर्सिटी एग्जाम के बारे में भी अपनी राय अवश्य देंगे

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

ERCP PROJECT " पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना know about this biggest project

ERCP परियोजना, या पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना, राजस्थान सरकार की एक महत्वाकांक्षी परियोजना है जिसका उद्देश्य चंबल नदी और उसकी सहायक नदियों के अधिशेष जल को राज्य के उन क्षेत्रों में पहुंचाना है जहां पानी की कमी है। यह परियोजना राजस्थान के 13 जिलों को पेयजल और सिंचाई के लिए जल उपलब्ध कराएगी, जिसमें झालावाड़, बारां, कोटा, बूंदी, सवाई माधोपुर, अजमेर, टोंक, जयपुर, करौली, अलवर, भरतपुर, दौसा और धौलपुर शामिल हैं। *परियोजना के मुख्य बिंदु:* - *उद्देश्य:* अधिशेष जल का बेहतर उपयोग करना और राज्य के विभिन्न हिस्सों में पानी की कमी को दूर करना। - *लाभ:* पेयजल और सिंचाई के लिए जल की उपलब्धता, भूजल स्तर में वृद्धि, कृषि उत्पादन में वृद्धि, और सामाजिक और आर्थिक विकास। - *अनुमानित लागत:* लगभग 40,000 करोड़ रुपये। - *राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा:* राजस्थान सरकार ने इस परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा देने की मांग की है, जिससे केंद्र सरकार से 90% वित्त पोषण प्राप्त हो सके। हाल ही में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिसंबर 2024 में राजस्थान में पानी की कमी को दूर करने के लिए एक महत्वाकांक्षी परियोजना P...