क्या आपने कभी सोचा है की अपनी धरती के अलावा कोई दूसरी जगह नही जहाँ अपनी जैसी या अपने से उन्नत कोई संजीव जाति हो क्या ये हो सकता है तो इसका जवाब है ......हां
हम मानव यही सोचते है की हम ही उन्नत और विकसित है लेकिन यह एक वहम है हम इस संसार को सागर की एक बूँद के बराबर ही जान पाये है क्या पता हम जेसे कोई जीव इस संससार में कही मौज़ूद हो
हो सकता है वे भी हमे खोज रहे हो जेसे की हम या ये भी की उन्हों के द्वारा हमे खोज लिया गया हो पर हम उतने उन्न्नत न हो के उन्हें महसूस या देख पाये वे हमारे बीच हो लेकिन हम ये जान न पाये या ये की ये वो ही हो जिन्हें हम कहते है ...'lord' यानि भगवान ईश्वर .....??
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें