सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

hariyalo rajasthan अभियान राजस्थान ! जाने

हरियालो राजस्थान योजना राजस्थान सरकार की एक महत्वाकांक्षी परियोजना है, जिसका उद्देश्य राज्य को हरित और सुंदर बनाना है। इस योजना के तहत, राज्य सरकार वृक्षारोपण, जल संचयन और अन्य पर्यावरण संबंधी कार्यों पर ध्यान केंद्रित कर रही है। *मुख्य उद्देश्य:* - राज्य में वृक्षारोपण को बढ़ावा देना और वन क्षेत्र को बढ़ाना - जल संचयन और जल संरक्षण को प्रोत्साहित करना - पर्यावरण संरक्षण और प्रदूषण नियंत्रण के लिए काम करना - राज्य को सुंदर और हरित बनाना *कार्यक्रम और गतिविधियाँ:* - वृक्षारोपण अभियान: राज्य सरकार वृक्षारोपण अभियान चला रही है, जिसमें लोगों को वृक्षारोपण के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। - जल संचयन: राज्य सरकार जल संचयन के लिए विभिन्न कार्यक्रम चला रही है, जैसे कि वर्षा जल संचयन और जल संरक्षण। - पर्यावरण संरक्षण: राज्य सरकार पर्यावरण संरक्षण के लिए काम कर रही है, जैसे कि प्रदूषण नियंत्रण और वन संरक्षण। *लाभ:* - राज्य को हरित और सुंदर बनाने में मदद मिलेगी - पर्यावरण संरक्षण और प्रदूषण नियंत्रण में मदद मिलेगी - जल संचयन और जल संरक्षण में मदद मिलेगी - लोगों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागर...

क्या सींग काटने से बचेंगे गेण्डे ?? ( South Africa dehorns dozens of Rhino to save them )

________ ◆इंसानी लालच के शिकार गेण्डे ◆_____
कोरोना के कारण वातावरण शुद्ध होने का समय मिला है और नदिया साफ होने लगी है और इंसानो को भी अपनी 
गलतियां नज़र आने लगी है , परंतु एक जीव है जो lockdown की वजह से खतरे की कगार पर है ।
'गेंडा' जी हां ये जिव लुप्तप्राय श्रेणी का जीव है और इस गेण्डे की संख्या अफ्रीका में 5600 के बराबर है ।
ये जिव जो की धरती का 3 करोड साल पुराना वासी है आज अपने अस्तित्व के लिए लड़ रहा है।  आखिर क्यों??
को गेण्डे धरती पर लुप्त होने की कगार पर आ चुके है।
इसका कारण है 'इंसानी लालच'
गैंडो का शिकार -
गेण्डे भारत में पाये जाते हैं और साथ में अफ्रीका में भी मौजूद है पर दोनों जगह ये लुप्त होने को  है इसका कारण है 'इंसानी शिकार' और उनका लालच ।
बीते वर्षो में हज़ारो गैंडो को सिर्फ उनके सींगो के लिए मार दिया जाता है क्यों गेण्डे के सींग 45 लाख रुपये किलो के बिकते है और शिकारी इस लिए गैंडो का शिकार करते है।
 भारत और अफ्रीका में गैंडो के शिकार सिर्फ सींग के लिए होता है और सिंग से दवाइयों और सजावटी समान बनाया जाता है जिनकी ब्लैक मार्किट में डिमांड रहती है ।

सरकार के कदम - 
भारत सरकार का गैंडो के लिए बहुत से कदम उठाये गए है और उनके सवर्धन के लिए विस्तृत योजना बनाई गयी है और लगातार भारत में गेंडो की संख्या बढ़ रही है।
अफ्रीका के कदम -
अफ्रीका में 911 rhino नाम की संस्था ने गैंडो को बचाने का अनूठा कदम है जो उनके सींगो को काट रहे है क्योकि अधिकतर गेंडो को उनके सिंग के लिए मारा जाता और जब सिंग ही नही होगा तो मारेंगे किसलिए। अफ्रीका में दर्जन भर गैंडो का सिंग काटे है और इसके पॉजिटिव नतीजे देखने को मिलेगे क्योंकि कोरोना के कारण शिकारी भी बहुत अधिक एक्टिव हो गए है , पार्क और वनरक्षक गैंडो की सुरक्षा के लिए प्रयास में लगे हुए है और गश्त करते है । वन सरंक्षण टीम का कहना है की प्रतिवर्ष गैंडो की रक्षा में 6 लाख का खर्च आ जाता है ।
      भारत के रोहित शर्मा जो की एक होनहार क्रिकेटर है वह भी गैंडो की सुरक्षा के लिए प्रयासरत है और एनजीओ से जुड़े हुए है जो गैंडो की सुरक्षा में लगे हुए है।
 Pics credit - DW News

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

काली बाई भील महिला शिक्षा सेतु योजना

कालीबाई भील महिला शिक्षा सेतु योजना, जिसे कालीबाई स्कूटी योजना के नाम से भी जा ना जाता है, राजस्थान सरकार द्वारा शुरू की गई एक महत्वपूर्ण योजना है। इस योजना का उद्देश्य मेधावी छात्राओं को उच्च शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है। * योजना के मुख्य बिंदु: * - * लाभार्थी *: राजस्थान के निवासी, विशेष रूप से ग्रामीण इलाकों की महिलाएं जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं। - * पात्रता *: राजस्थान बोर्ड से 12वीं में कम से कम 65% अंक या सीबीएसई से 75% अंक प्राप्त करने वाली छात्राएं। - * लाभ *: मुफ्त स्कूटी, एक वर्ष का बीमा, और दो लीटर पेट्रोल। कुछ मामलों में, स्कूटी के बदले 40,000 रुपये की नकद राशि भी प्रदान की जा सकती है। * आवेदन प्रक्रिया: * - ऑनलाइन आवेदन एसएसओ आईडी के माध्यम से किए जाएंगे। - आवश्यक दस्तावेजों में आधार कार्ड, जन आधार कार्ड, जाति प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, और कक्षा 12 की अंक तालिका शामिल हैं। * महत्वपूर्ण तिथियाँ: * - आवेदन की अंतिम तिथि 31 दिसंबर 2024 थी, जो पहले 20 नवंबर 2024 थी। - मेरिट लिस्ट मई 2025 में जारी की गई थी¹ ²। * मेर...

राजस्थान में महिला शिक्षा हेतु योजनाएं

राजस्थान सरकार ने महिलाओं और लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। इनमें से कुछ प्रमुख योजनाएं निम्नलिखित हैं: *महिला शिक्षा योजनाएं* - *लाडो प्रोत्साहन योजना (राजश्री योजना)*: इस योजना के तहत, बालिका के जन्म से लेकर स्नातक उत्तीर्ण करने तक 7 चरणों में 1 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है।     - जन्म पर: 2500 रुपये     - टीकाकरण के बाद: 2500 रुपये     - कक्षा 1 में प्रवेश पर: 4000 रुपये     - कक्षा 6 में प्रवेश पर: 5000 रुपये     - कक्षा 10 में प्रवेश पर: 11,000 रुपये     - कक्षा 12 में प्रवेश पर: 25,000 रुपये     - स्नातक पास करने पर: 50,000 रुपये - *कालीबाई भील मेधावी छात्रा स्कूटी योजना*: इस योजना के तहत, राजकीय विद्यालयों में अध्ययनरत 10वीं और 12वीं की छात्राओं को निःशुल्क स्कूटी वितरित की जाती है, जिन्होंने 65% या अधिक अंक प्राप्त किए हैं। - *बालिका शिक्षा प्रोत्साहन योजना*: इस योजना के तहत, प्रतिभाशाली बालिकाओं को प्रोत्साहन राशि के रूप में वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है, ज...

hariyalo rajasthan अभियान राजस्थान ! जाने

हरियालो राजस्थान योजना राजस्थान सरकार की एक महत्वाकांक्षी परियोजना है, जिसका उद्देश्य राज्य को हरित और सुंदर बनाना है। इस योजना के तहत, राज्य सरकार वृक्षारोपण, जल संचयन और अन्य पर्यावरण संबंधी कार्यों पर ध्यान केंद्रित कर रही है। *मुख्य उद्देश्य:* - राज्य में वृक्षारोपण को बढ़ावा देना और वन क्षेत्र को बढ़ाना - जल संचयन और जल संरक्षण को प्रोत्साहित करना - पर्यावरण संरक्षण और प्रदूषण नियंत्रण के लिए काम करना - राज्य को सुंदर और हरित बनाना *कार्यक्रम और गतिविधियाँ:* - वृक्षारोपण अभियान: राज्य सरकार वृक्षारोपण अभियान चला रही है, जिसमें लोगों को वृक्षारोपण के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। - जल संचयन: राज्य सरकार जल संचयन के लिए विभिन्न कार्यक्रम चला रही है, जैसे कि वर्षा जल संचयन और जल संरक्षण। - पर्यावरण संरक्षण: राज्य सरकार पर्यावरण संरक्षण के लिए काम कर रही है, जैसे कि प्रदूषण नियंत्रण और वन संरक्षण। *लाभ:* - राज्य को हरित और सुंदर बनाने में मदद मिलेगी - पर्यावरण संरक्षण और प्रदूषण नियंत्रण में मदद मिलेगी - जल संचयन और जल संरक्षण में मदद मिलेगी - लोगों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागर...