विज्ञान की दुनिया एक असीम असंख्य सीमा का ज्ञान है , जहा जा पाना और उसे पा पाना उसी तरह असंभव सा लगता है जैसे सूरज के पास जा पाना । अब आज का विज्ञान ब्रह्मांड के दूसरे संजीवो को खोजने में लगा है,और धरती के लगभग सभी अंतरिक्ष अनुसंधान वाले मंगल तक पहुंच चुके है । लेकिन अभी भी एलियन की खोज होना बाकी है जिसे अभी कपोल कल्पना ही माना है लेकिन सोचने की बात ये है की धरती पर मानव है उसी तरह इस ब्रह्मांड की कोई और धरती होगी और वहा के वासी भी होगे । और हो सके तो उनकी पहुंच अपनी धरती तक हो गई हो जो हमारे बीच ही रह रहे हो जैसे की जासूस ?? क्या जाने इसमें कितनी सचाई है या मेरी कल्पना बाकी उनकी कहानियां इन दिनों बहुत सी जगह सुनने में आती है सबसे ज्यादा अमेरिका तो क्या अमेरिका के एलियन से कोई संबंध या एलियन का उस धरती से सीधा जुड़ाव लगता है। सुनने में हैरान करता है की वहा की फिल्मों में इस तरह की चीज़े दिखाई गई है जैसे की "Men in black" और "Stranger things" में । बाकी आप अपनी राय जरूर बताएं ।
राजस्थान वीर सपूतों की जन्मभूमि है
और यहाँ ऐसेऐसे वीर योद्धाओं ने जन्म लिया है
जिन्होंने अपने मातृभूमि और स्वतंत्रता के
लिए अपने प्राण तक की आहुति दी है।
राजस्थान जहाँ वीर सपूत बाप्पा रावल ,
सम्राट पृथ्वीराज चौहान ,राणा हम्मीर, रावल रतन
सिंह, महान राणा कुंभ, परम श्रेठ राणा संग्राम सिंह,
महाराज मालदेव, वीर दुर्गादास राठौर जेसे
महावीर पराक्रमी अपनी जन्मभूमि को
प्राणों से प्रिय मानने वाले पुण्य आत्माओं
ने अपने खून से सींचा हैं ।
ऐसे वीर सपूतो की भूमि आखिर क्यों
अंग्रेज़ो के संधि की भेंट हुई।
राजपुताना की संधि :
राजपुताना जब मेवाड़ ,जयपुर और जोधपुर,
के राजा जो मुग़ल के साथ थे तब तक यह शांति
थी परंतु जब मुग़ल की केंद्रीय
सत्ता का लोप औरंगज़ेब के पश्चात
अंत हुआ तो ये सव्तंत्र राज़ को प्राप्त हुये
तब तक यह सही था परंतु तभी
एक और केंद्रीय सत्ता मराठा
आगमन हुआ और यह राज़ की एक
परिभाषा गढ़ने वाले थे और इन्होंने
राजस्थान में ऐसा हस्तक्षेप किया
की राजस्थान की सारी जनता यहाँ तक
की राजाओं को एक ऐसी संधि की और
विवश कर दिया जो आगे चलकर सम्पूर्ण
गुलामी की और अग्रसर कर गयी
राजाओ को कर की ,धन की ऐसी हानि
पहुचाई की राजपूताना को सन् 1818
की संधि अंग्रेज़ो से करनी पड़ी
जो राजस्थान की जनता और राजाओ
के सव्तंत्र अधिकार को खा गयी ।
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