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hariyalo rajasthan अभियान राजस्थान ! जाने

हरियालो राजस्थान योजना राजस्थान सरकार की एक महत्वाकांक्षी परियोजना है, जिसका उद्देश्य राज्य को हरित और सुंदर बनाना है। इस योजना के तहत, राज्य सरकार वृक्षारोपण, जल संचयन और अन्य पर्यावरण संबंधी कार्यों पर ध्यान केंद्रित कर रही है। *मुख्य उद्देश्य:* - राज्य में वृक्षारोपण को बढ़ावा देना और वन क्षेत्र को बढ़ाना - जल संचयन और जल संरक्षण को प्रोत्साहित करना - पर्यावरण संरक्षण और प्रदूषण नियंत्रण के लिए काम करना - राज्य को सुंदर और हरित बनाना *कार्यक्रम और गतिविधियाँ:* - वृक्षारोपण अभियान: राज्य सरकार वृक्षारोपण अभियान चला रही है, जिसमें लोगों को वृक्षारोपण के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। - जल संचयन: राज्य सरकार जल संचयन के लिए विभिन्न कार्यक्रम चला रही है, जैसे कि वर्षा जल संचयन और जल संरक्षण। - पर्यावरण संरक्षण: राज्य सरकार पर्यावरण संरक्षण के लिए काम कर रही है, जैसे कि प्रदूषण नियंत्रण और वन संरक्षण। *लाभ:* - राज्य को हरित और सुंदर बनाने में मदद मिलेगी - पर्यावरण संरक्षण और प्रदूषण नियंत्रण में मदद मिलेगी - जल संचयन और जल संरक्षण में मदद मिलेगी - लोगों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागर...

ठंडे पानी के बर्तन के बाहर पानी की बूंदे आने का पीछे का विज्ञान ( Science dicovery facts)

ठंडे पानी से भरे स्टील के बर्तन के बाहर पानी की बूंदे क्यों आती है ---

गर्मियों के मौसम में हम देखते हैं की किसी पानी की गिलास में जब हम किसी पात्र में हम ठंडा पानी डाल देते हैं तो उस पत्र के बाहर पानी की बूंदे जमा हो जाती हैं और यह बूंदे उस स्टील या प्लास्टिक की बोतल से बाहर के वातावरण से आती हैं यह गिलास बाहरी वातावरण की बूंदे होती है जो संगठित होकर गिलास के बाहरी हिस्से पर जमा हो जाती हैै| 
  तो इसके पीछे का विज्ञान क्या है इसके बारे में हम जानेंगे तो दोस्तों विज्ञान बहुत ही आसान सरल और रोचक है अगर हम इसे ध्यान से पढ़ें समझें तो यह मैं बहुत ही अच्छा लगता है तो विज्ञान में रुचि होना और विज्ञान के मूलभूत चीजों के बारे में जानकारी रखना ही हमें इस चीज के बारे में उत्तर दे देगा तो सबसे पहले जब हम किसी कांच की गिलास या स्टील की गिलास में पानी डालते हैं ठंडा पानी पानी ठंडा होने चाहिए डालते हैं तो हमारे वातावरण में मौजूद जो नमी होती है वह उस कांच या प्लास्टिक की बोतल के ठंडी बाहरी सतह से टकराकर बूंद के रूप वाष्प संगठित होने लगती है कांच के गिलास के पास आने पर क्योंकि कांच गिलास में ठंडा पानी होता है तो वह पास आने  पर वह भी ठंडी हो जाती है और वह बूंदों का रूप ले लेती है और जब यह गिलास धीमे-धीमे आसपास की पूरी वाष्प को संगठित कर देती है करना शुरू कर देती है पानी की बूंद बन जाती है और वह हमें दिखाई देती है हमारे आसपास शुष्कता अधिक होने पर यह अधिक जमा होती है और बाहरी सतह पर बूंदे उतनी ही अधिक होगी।

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