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जुलाई, 2025 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

क्या दूसरे ग्रह के लोग धरती पर मौजूद है या थे ??

विज्ञान की दुनिया एक असीम असंख्य सीमा का ज्ञान है , जहा जा पाना और उसे पा पाना उसी तरह असंभव सा लगता है जैसे सूरज के पास जा पाना ।  अब आज का विज्ञान ब्रह्मांड के दूसरे संजीवो को खोजने में लगा है,और धरती के लगभग सभी अंतरिक्ष अनुसंधान वाले मंगल तक पहुंच चुके है । लेकिन अभी भी एलियन की खोज होना बाकी है जिसे अभी कपोल कल्पना ही माना है लेकिन सोचने की बात ये है की धरती पर मानव है उसी तरह इस ब्रह्मांड की कोई और धरती होगी और वहा के वासी भी होगे । और हो सके तो उनकी पहुंच अपनी धरती तक हो गई हो जो हमारे बीच ही रह रहे हो जैसे की जासूस ?? क्या जाने इसमें कितनी सचाई है या मेरी कल्पना बाकी उनकी कहानियां इन दिनों बहुत सी जगह सुनने में आती है सबसे ज्यादा अमेरिका तो क्या अमेरिका के एलियन से कोई संबंध या एलियन का उस धरती से सीधा जुड़ाव लगता है। सुनने में हैरान करता है की वहा की फिल्मों में इस तरह की चीज़े दिखाई गई है जैसे की "Men in black" और "Stranger things" में । बाकी आप अपनी राय जरूर बताएं ।

hariyalo rajasthan अभियान राजस्थान ! जाने

हरियालो राजस्थान योजना राजस्थान सरकार की एक महत्वाकांक्षी परियोजना है, जिसका उद्देश्य राज्य को हरित और सुंदर बनाना है। इस योजना के तहत, राज्य सरकार वृक्षारोपण, जल संचयन और अन्य पर्यावरण संबंधी कार्यों पर ध्यान केंद्रित कर रही है। *मुख्य उद्देश्य:* - राज्य में वृक्षारोपण को बढ़ावा देना और वन क्षेत्र को बढ़ाना - जल संचयन और जल संरक्षण को प्रोत्साहित करना - पर्यावरण संरक्षण और प्रदूषण नियंत्रण के लिए काम करना - राज्य को सुंदर और हरित बनाना *कार्यक्रम और गतिविधियाँ:* - वृक्षारोपण अभियान: राज्य सरकार वृक्षारोपण अभियान चला रही है, जिसमें लोगों को वृक्षारोपण के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। - जल संचयन: राज्य सरकार जल संचयन के लिए विभिन्न कार्यक्रम चला रही है, जैसे कि वर्षा जल संचयन और जल संरक्षण। - पर्यावरण संरक्षण: राज्य सरकार पर्यावरण संरक्षण के लिए काम कर रही है, जैसे कि प्रदूषण नियंत्रण और वन संरक्षण। *लाभ:* - राज्य को हरित और सुंदर बनाने में मदद मिलेगी - पर्यावरण संरक्षण और प्रदूषण नियंत्रण में मदद मिलेगी - जल संचयन और जल संरक्षण में मदद मिलेगी - लोगों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागर...

राजस्थान में महिला शिक्षा हेतु योजनाएं

राजस्थान सरकार ने महिलाओं और लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। इनमें से कुछ प्रमुख योजनाएं निम्नलिखित हैं: *महिला शिक्षा योजनाएं* - *लाडो प्रोत्साहन योजना (राजश्री योजना)*: इस योजना के तहत, बालिका के जन्म से लेकर स्नातक उत्तीर्ण करने तक 7 चरणों में 1 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है।     - जन्म पर: 2500 रुपये     - टीकाकरण के बाद: 2500 रुपये     - कक्षा 1 में प्रवेश पर: 4000 रुपये     - कक्षा 6 में प्रवेश पर: 5000 रुपये     - कक्षा 10 में प्रवेश पर: 11,000 रुपये     - कक्षा 12 में प्रवेश पर: 25,000 रुपये     - स्नातक पास करने पर: 50,000 रुपये - *कालीबाई भील मेधावी छात्रा स्कूटी योजना*: इस योजना के तहत, राजकीय विद्यालयों में अध्ययनरत 10वीं और 12वीं की छात्राओं को निःशुल्क स्कूटी वितरित की जाती है, जिन्होंने 65% या अधिक अंक प्राप्त किए हैं। - *बालिका शिक्षा प्रोत्साहन योजना*: इस योजना के तहत, प्रतिभाशाली बालिकाओं को प्रोत्साहन राशि के रूप में वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है, ज...

काली बाई भील महिला शिक्षा सेतु योजना

कालीबाई भील महिला शिक्षा सेतु योजना, जिसे कालीबाई स्कूटी योजना के नाम से भी जा ना जाता है, राजस्थान सरकार द्वारा शुरू की गई एक महत्वपूर्ण योजना है। इस योजना का उद्देश्य मेधावी छात्राओं को उच्च शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है। * योजना के मुख्य बिंदु: * - * लाभार्थी *: राजस्थान के निवासी, विशेष रूप से ग्रामीण इलाकों की महिलाएं जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं। - * पात्रता *: राजस्थान बोर्ड से 12वीं में कम से कम 65% अंक या सीबीएसई से 75% अंक प्राप्त करने वाली छात्राएं। - * लाभ *: मुफ्त स्कूटी, एक वर्ष का बीमा, और दो लीटर पेट्रोल। कुछ मामलों में, स्कूटी के बदले 40,000 रुपये की नकद राशि भी प्रदान की जा सकती है। * आवेदन प्रक्रिया: * - ऑनलाइन आवेदन एसएसओ आईडी के माध्यम से किए जाएंगे। - आवश्यक दस्तावेजों में आधार कार्ड, जन आधार कार्ड, जाति प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, और कक्षा 12 की अंक तालिका शामिल हैं। * महत्वपूर्ण तिथियाँ: * - आवेदन की अंतिम तिथि 31 दिसंबर 2024 थी, जो पहले 20 नवंबर 2024 थी। - मेरिट लिस्ट मई 2025 में जारी की गई थी¹ ²। * मेर...

महिला अधिकारिता विभाग के कार्य

महिला अधिकारिता विभाग, राजस्थान सरकार की एक महत्वपूर्ण इकाई है, जिसका मुख्य उद्देश्य महिलाओं के अधिकारों की रक्षा करना और उनके सशक्तिकरण को बढ़ावा देना है। इस विभाग के कार्य निम्नलिखित हैं: *महिला सशक्तिकरण* - महिलाओं को उनके अधिकारों और हितों के बारे में जागरूक करना - महिलाओं के लिए शिक्षा और रोजगार के अवसर प्रदान करना - महिलाओं के खिलाफ हिंसा और उत्पीड़न को रोकने के लिए काम करना *महिला संरक्षण* - महिलाओं के खिलाफ अपराधों की जांच और prosecution में सहायता करना - महिलाओं के लिए सुरक्षित और सुरक्षात्मक वातावरण प्रदान करना - महिलाओं के अधिकारों की रक्षा के लिए नीतियों और कार्यक्रमों का विकास करना *महिला विकास* - महिलाओं के लिए कौशल विकास और प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करना - महिलाओं के लिए उद्यमिता और व्यवसायिक अवसरों को बढ़ावा देना - महिलाओं के स्वास्थ्य और पोषण के लिए कार्यक्रमों का आयोजन करना *महिला अधिकारिता निदेशालय* - निदेशालय महिला अधिकारिता विभाग की एक महत्वपूर्ण इकाई है, जो महिलाओं के अधिकारों और हितों की रक्षा के लिए काम करती है - यह निदेशालय महिलाओं के लिए विभिन्न कार्यक्रमों औ...

water conservation: A Collective responsibility

*Water Conservation: A Collective Responsibility* Water conservation is one of the most pressing issues of our time. As the global population continues to grow, the demand for water increases, putting a strain on this precious resource. The consequences of water scarcity are far-reaching, affecting not only human consumption but also agriculture, industry, and ecosystems. It's essential to adopt practices that reduce water waste and promote efficient use to ensure a sustainable future. *The Importance of Water Conservation* Water is essential for human survival, and its conservation is crucial for maintaining a healthy and thriving planet. The Earth's surface is approximately 71% water, but only 2.5% of it is freshwater, which is usable by humans. The remaining 97.5% is seawater, which is not suitable for human consumption without desalination. Given the limited availability of freshwater resources, it's vital to conserve water for future generations. *Causes of Water Scarc...

ERCP PROJECT " पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना know about this biggest project

ERCP परियोजना, या पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना, राजस्थान सरकार की एक महत्वाकांक्षी परियोजना है जिसका उद्देश्य चंबल नदी और उसकी सहायक नदियों के अधिशेष जल को राज्य के उन क्षेत्रों में पहुंचाना है जहां पानी की कमी है। यह परियोजना राजस्थान के 13 जिलों को पेयजल और सिंचाई के लिए जल उपलब्ध कराएगी, जिसमें झालावाड़, बारां, कोटा, बूंदी, सवाई माधोपुर, अजमेर, टोंक, जयपुर, करौली, अलवर, भरतपुर, दौसा और धौलपुर शामिल हैं। *परियोजना के मुख्य बिंदु:* - *उद्देश्य:* अधिशेष जल का बेहतर उपयोग करना और राज्य के विभिन्न हिस्सों में पानी की कमी को दूर करना। - *लाभ:* पेयजल और सिंचाई के लिए जल की उपलब्धता, भूजल स्तर में वृद्धि, कृषि उत्पादन में वृद्धि, और सामाजिक और आर्थिक विकास। - *अनुमानित लागत:* लगभग 40,000 करोड़ रुपये। - *राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा:* राजस्थान सरकार ने इस परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा देने की मांग की है, जिससे केंद्र सरकार से 90% वित्त पोषण प्राप्त हो सके। हाल ही में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिसंबर 2024 में राजस्थान में पानी की कमी को दूर करने के लिए एक महत्वाकांक्षी परियोजना P...

2025 में करियर को लेकर अवसर और संभावनाएं

*2025 में करियर ग्रोथ: ट्रेंड्स और अवसर* जैसे ही हम 2025 में कदम रखते हैं, नौकरी का बाजार तेजी से बदल रहा है, जिसमें प्रौद्योगिकी की प्रगति, कार्यबल जनसांख्यिकी में बदलाव और उद्योगों के परिदृश्य में परिवर्तन शामिल हैं। इस गतिशील वातावरण में सफल होने के लिए, पेशेवरों को अनुकूलनीय, सक्रिय और निरंतर सीखने के लिए प्रतिबद्ध होना चाहिए। यहाँ कुछ प्रमुख ट्रेंड्स और अवसर हैं जो 2025 में करियर ग्रोथ को आकार देंगे: *शीर्ष विकास उद्योग:* 1. *आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग*: एआई और एमएल उद्योगों को बदलते रहेंगे, विकास, तैनाती और नैतिकता में नए नौकरी के अवसर पैदा करेंगे। 2. *साइबर सुरक्षा*: प्रौद्योगिकी की प्रगति के साथ, साइबर सुरक्षा खतरे बढ़ेंगे, जिससे खतरे का पता लगाने, घटना प्रतिक्रिया और सुरक्षा वास्तुकला में विशेषज्ञता वाले पेशेवरों के लिए उच्च मांग होगी। 3. *स्वास्थ्य प्रौद्योगिकी*: स्वास्थ्य उद्योग में टेलीमेडिसिन, स्वास्थ्य सूचना विज्ञान और व्यक्तिगत चिकित्सा के कारण महत्वपूर्ण वृद्धि देखी जाएगी। 4. *नवीकरणीय ऊर्जा*: नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत अधिक महत्वपूर्ण हो जाएंगे, जिससे सौर, पवन औ...