हरियालो राजस्थान योजना राजस्थान सरकार की एक महत्वाकांक्षी परियोजना है, जिसका उद्देश्य राज्य को हरित और सुंदर बनाना है। इस योजना के तहत, राज्य सरकार वृक्षारोपण, जल संचयन और अन्य पर्यावरण संबंधी कार्यों पर ध्यान केंद्रित कर रही है। *मुख्य उद्देश्य:* - राज्य में वृक्षारोपण को बढ़ावा देना और वन क्षेत्र को बढ़ाना - जल संचयन और जल संरक्षण को प्रोत्साहित करना - पर्यावरण संरक्षण और प्रदूषण नियंत्रण के लिए काम करना - राज्य को सुंदर और हरित बनाना *कार्यक्रम और गतिविधियाँ:* - वृक्षारोपण अभियान: राज्य सरकार वृक्षारोपण अभियान चला रही है, जिसमें लोगों को वृक्षारोपण के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। - जल संचयन: राज्य सरकार जल संचयन के लिए विभिन्न कार्यक्रम चला रही है, जैसे कि वर्षा जल संचयन और जल संरक्षण। - पर्यावरण संरक्षण: राज्य सरकार पर्यावरण संरक्षण के लिए काम कर रही है, जैसे कि प्रदूषण नियंत्रण और वन संरक्षण। *लाभ:* - राज्य को हरित और सुंदर बनाने में मदद मिलेगी - पर्यावरण संरक्षण और प्रदूषण नियंत्रण में मदद मिलेगी - जल संचयन और जल संरक्षण में मदद मिलेगी - लोगों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागर...
मेहनतकश
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'दिन की छाव भी प्यारी लगती है पर जब देखते है परिवार का चेहरा तपना पड़ता है भरी दोपहर में'
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'दिन की छाव भी प्यारी लगती है पर जब देखते है परिवार का चेहरा तपना पड़ता है भरी दोपहर में'
'कहने को तो ज़ुर्म में जुर्माना भरते है यहा ख़ुशी के लिए जिंदगी के पलों का जुर्माना भरा जा रहा है'
'ज़िन्दगी चली गयी यही सोचते आखिर ये ख़ुशी कहते किसे है'
'इसी भ्रम में चली गयी आधी जिंदगी की आने वाला कल हसीन होगा'
'मेरा एक सपना है देखु तुझे सपनो में .... लेकिन कमबख्त नींद ने ही रास्ता छोड़ दिया हमारे आखो के रास्तो से....'
'ये पल दो पल की खुशियो के सहारे ही काट दी ज़िन्दगी पता नही कभी घंटे भी बीतेंगे इन खुशियो में'
'कौन कहता है ज़नाब मन नही करता अपनों के साथ रहने का उन्ही की ख्वाशिश के लिए ही हर पल जुदाई सहनी पड़ती है'
'वक़्त बदलेगा ...जब .....???'
'मिलेगे ज़िन्दगी के उस छोर पर जब तुम अपने नही होंगे और हम तुम्हारे'
'ये प्रीत पराई दोस्तों...... दोस्तों....हमे कहा ले आई.....
'दिन की छाव भी प्यारी लगती है पर जब देखते है परिवार का चेहरा तपना पड़ता है भरी दोपहर में'
'कहने को तो ज़ुर्म में जुर्माना भरते है यहा ख़ुशी के लिए जिंदगी के पलों का जुर्माना भरा जा रहा है'
'ज़िन्दगी चली गयी यही सोचते आखिर ये ख़ुशी कहते किसे है'
'इसी भ्रम में चली गयी आधी जिंदगी की आने वाला कल हसीन होगा'
'मेरा एक सपना है देखु तुझे सपनो में .... लेकिन कमबख्त नींद ने ही रास्ता छोड़ दिया हमारे आखो के रास्तो से....'
'ये पल दो पल की खुशियो के सहारे ही काट दी ज़िन्दगी पता नही कभी घंटे भी बीतेंगे इन खुशियो में'
'कौन कहता है ज़नाब मन नही करता अपनों के साथ रहने का उन्ही की ख्वाशिश के लिए ही हर पल जुदाई सहनी पड़ती है'
'वक़्त बदलेगा ...जब .....???'
'मिलेगे ज़िन्दगी के उस छोर पर जब तुम अपने नही होंगे और हम तुम्हारे'
'ये प्रीत पराई दोस्तों...... दोस्तों....हमे कहा ले आई.....
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