How to lose weight without working hard ,वजन कम कैसे करे मेहनत की के साथ खानपान से

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दही खाने के लाभ, नमक मिला के कभी न खाये ( curd nutrition )

स्वस्थ जीवन स्वस्थ खानपान से ही शुरू होता है यदि आप अपने जीवन को रोगों से बचाना है तो स्वस्थ खानपान की आदत डाल लेनी चाइये

तो आज आपको दही के खानपान का उचित तरीका बतायेगे
दही का खानपान -
दही स्वास्थ्य का हितकारी है। यदि व्यक्ति रोज एक कटोरी दही खाता है तो उसकी पाचन क्रिया सही रहती है। दही में भरपूर मात्रा में कैल्शियम, प्रोटीन और विटामिन पाए जाते हैं। लेकिन आप दही किस तरह खा रहे हैं, यह भी मायने रखता है। बहुत सारे लोग दही में नमक डाल कर खाना पसंद करते हैं। लेकिन यहां दही और नमक से जुड़ी कुछ ऐसी बातें बताने जा रहे हैं जिसे जानकर आप हैरान हो जाएंगे। दही एक प्रकार की आयुर्वेदिक औषधि है जो कि हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद सिद्ध होती है। लेकिन दही में हमें भूल से भी नमक मिलाकर नहीं खाना चाहिए। दही को हमेशा मीठी चीजों जैसे कि चीनी, गुड़, बूरा, मिश्री आदि के साथ खाना चाहिए।
दही के अंदर के बैक्टिरिया ( गुड बैक्टिरिया ) -

दही में ऐसे कई बैक्टीरिया मौजूद होते हैं जिसे किसी मैग्निफाइंग ग्लास के साथ या लेंस के साथ देखें तो हमें उस पर हजारों बैक्टीरिया तैरते नजर आएंगे। गौरतलब है कि यह सभी बैक्टीरिया जीवित अवस्था में आपको दिखाई देंगे। यह सभी बैक्टीरिया हमारे शरीर में प्रवेश करके एंजाइम प्रोसेस को काबू में रखते हैं जिससे भोजन जल्दी पच जाता है और पेट से जुड़ी कई प्रकार की समस्याएं दूर रहती हैं।
लेकिन यदि आप दही में नमक मिला देंगे तो सारे जीवित बैक्टीरिया मर जाएंगे जो कि बैक्टीरियल गुणों को खत्म कर देंगे और इस तरह का दही खाना हमारे किसी काम का नहीं रहेगा। लगभग एक कप दही में भी करोड़ों जीवाणु मौजूद रहते हैं जिनका आपके पेट के अंदर जाना काफी फायदेमंद साबित होता है। मगर एक चुटकी भर नमक भी इन सारे गुणों को नष्ट करने की ताकत रखता है।
दही के गुणों को कैसे बढ़ाये -
दही में ऐसी चीजें मिलानी चाहिए जिससे जीवाणुओं की संख्या में वृद्धि हो, ना कि ऐसी चीजें जो इनकी संख्या घटाये। इसलिए जब भी आप दही खाएं उसमें कुछ मीठा अवश्य मिलाएं। दही में चीनी या गुड़ डालकर खाने की आदत डालें। यह दही में जीवाणुओं की संख्या को बढ़ा देगा। वहीं मिश्री के साथ खाया गया दही सबसे बेहतर होता है और शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है|

योग दिवस : ऐसा योग जो आपके सारे रोगों को मिटने में सहायक हैं

अनुलोम विलोम, एक तरफ की नासिका से श्वास लेना दूसरी को बंद करके, फिर एक पल ठहर कर पहली नासिका को बंद कर बेहद धीमी गति से दूसरी नासिका से श्वास छोड़ना। फिर दूसरी से श्वास लेना, ठहरना और पहली से छोड़ देना। कम से कम दस बार करें।




ये इतना सरल है कि कोई बीमार व्यक्ति भी सोए हुए कर सकता है।कई बीमारियों में फायदेमंद है, जैसे तनाव, उच्च रकतचाप, गठिया, हृदय की बीमारियों में, साइनस। इसके कोई दुष प्रभाव नहीं है।

अमेरिकी महिला लेक्सी अलफोर्ड सबसे कम उम्र की विश्व भ्रमण करने का गिनीज़ रिकॉर्ड

क्या आप घूमने के शौकीन है बेशक आप होंगे ही परंतु इतने भी नही की आप 21 बरस की उम्र में 200 के करीब देशो की सीमाय नाप लो जी हां !!
(Twitter picture of Lexie Alford)


अमरीका की लेक्सी अल्फोर्ड जो की अभी अपने पढाई पूरी कर चुकी है और पढ़ रही है सेर सपाटे और नई दुनिया जो अभी अनदेखी है उसकी इतनी शोकीन निकली की 196 देशो को घूम आई है ।
 लेक्सी अपने इस ट्रिप को गिनीज़ बुक ऑफ़ रिकार्ड्स में भी दर्ज़ करवाना चाहती है ताकि उनके इस महा  सैर से सभी परिचित हो जाये ।
वेसे अभी सबसे ज्यादा देशो में घूमने का रिकॉर्ड अमरीका की ही केसी दे पेकल के नाम दर्ज़ है ।
और पुरुषो में जेम्स अस्किथ के नाम है जो की इंग्लैंड से है ।

'देश और दुनिया , विचित्र है कइयों को नसीब न हो पास का शहर कोई नाप ले डगर ओ डगर'

क्या दूसरे ग्रह के लोग धरती पर मौजूद है या थे ??

विज्ञान की दुनिया एक असीम असंख्य सीमा का ज्ञान है , जहा जा पाना और उसे पा पाना उसी तरह असंभव सा लगता है जैसे सूरज के पास जा पाना ।  अब आज का...