सुवर्ण- प्राशन ( बच्चो के लिए अमृत तुल्य वरदान)

सुवर्ण- प्राशन --

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                   https://youtu.be/Cu6fosSmcEo


 

 सहिंताओ में वर्णित एक अद्भुत योग जो बच्चो के लिए आयुवर्द्धक , कल्याणकारी और स्वास्थ्य को बनाए रखने में सालो से चली आ रही परम्परा का एक स्पष्ट उदाहरण है।

       काश्यप सहिंता में इसके बारे में वर्णन मिलता है -   

               सुवर्णप्राशन हि एतत मेधाऽग्निबलवर्धनम्।

               आयुष्यं मंगलम पुण्यं वृष्यं ग्रहापहम् ।।

               मासात् परममेधावी व्याधिर्भिनर च धृष्यते।

               षडि्भमासै :श्रुतधर: सुवर्णप्राशनादभवेत्।। 

जैसलमेर के ऐतिहासिक जैन मंदिर Jain Temples of Jaisalmer

राजस्थान की धरती क्षत्रिय की धरती रही है और कण कण में स्वाभिमान और मिट्टी के प्रति प्रेम है। राजस्थान की राजधानी जयपुर से कुछ 400 से 500 km की दूरी पर राजस्थान के सोने की नगरी यानी स्वर्णनगरी जैसलमेर स्थित है जो भाटी राजपूतों की रियासत थी।
इस सिटी का नाम स्वर्णनगरी इसके पीले संगमरमर से बने आलीशान महलों इमारतों से हुआ है इस शहर में सभी घर पीले संगमरमर से बने है जो चमकती धूप में सोने का अहसास दिलाते है।
भाटी राजाओं ने आज से 865 साल पहले इसे बसाया और सोनार किला बनवाया । सोनार किला के भीतर जैन टेंपल और अन्य कई हवेलियां है और इस किले के भीतर एक पूरा शहर बसा है यह राजस्थान का दूसरा बड़ा किला है। 
Jain Temples of Jaisalmer -
पतली पतली इसकी गलियों से होते हुए जैन टेंपल के समूह आता है जो अपनी नक्काशी , स्थापत्य और मूर्तिकला के लिए जाना जाता है इसकी स्थापत्य और भवन निर्माण अदभुत है यह भगवान महावीर जी का मंदिर है और इसकी स्थापत्य देखते ही बनती है।
इन मंदिरों का निर्माण 400 से 600 साल के बीच माना जाता है। यह मंदिर किले के दर्शनीय स्थलों में एक है।
स्थापत्य और अदभुत सौंदर्य इस मंदिर की दीवारों पर उत्कृष्टता की ऊंचाइयों को छूती है। अगर आप जैसलमेर घूमे तो इसे जरूर देखे।

आकाशगंगा जीवन की संभावना Life In Galaxy

मानव ने धरती की असंख्य संभावनाओं को खोजते हुए ब्रह्मांड की अन्य जीवन की संभावनाओं को खोजना शुरू कर दिया है विज्ञान की तरक्की ने जीवन के खोजने को सरल बना दिया है लेकिन यह उतना सरल नही है ।
 हमारे सौरमंडल मिल्की वे के एक छोर पर स्थित है और यह उन करोड़ों सौर मंडलों की भांति इस केंद्रीय शक्ति के चारो और चक्कर लगा रहा है जिसे पूरा होने में करोड़ो वर्षो लगभग 25 करोड़ वर्ष का समय लग जाता है।

आकाशगंगा हमारे वेदों में जिसे दूध का झरना कहा है और इसका वर्णन सभी प्राचीन साहित्यों में मिल जाता है। हम जीवन को धरती के अलावा बसाने के लिए प्रयासरत है और विज्ञान धरती के नजदीक के ग्रह मंगल पर पानी की खोज को मानते है । अगर धरती के अलावा मानव बस्ती बसाने के बारे में सोचते है तो वह मंगल ग्रह पहला ग्रह है ।
आकाशगंगा का चक्रण एक सर्पिल आकार में घूमता है।
सौरमंडल और इसके जैसे अन्य सौरमंडल इसी चक्र में घूमते है तो ये भी हो सकता है की धरती जैसा अन्य ग्रह इसी आकाश गंगा में मिल जाए।
विज्ञान नए नए खोजों का क्षेत्र है और इसी वजह से मानव जीवन की संभावनाओं को आकाशगंगा में खोज ले।

पिक्सल क्या होता है जाने इसके बारे में Know about display pixels

पिक्सेल के बारे में आप सभी ये समझते है की जितने अधिक पिक्सल कैमरा के होंगे वह उतना ही बढ़िया गुणवत्ता का होगा लेकिन यह उस की प्रोसेसिंग और उसे रेंडर की क्षमता पर निर्भर होगा।
Pixel शब्द पिक्चर और एलिमेंट से मिलकर बना होता है और यह प्रति इंच होता है किसी स्क्रीन की प्रति इंच पिक्सल जितनी ज्यादा होगी वह उतनी अच्छी पिक्चर दर्शाएगा इसे हम पिक्सल प्रति इंच से समझ सकते है यदि ppi 330 और ppi 400 की स्क्रीन में 400ppi वाली स्क्रीन की पिक्चर क्वालिटी अच्छी होगी और हमे तस्वीर स्पष्ट दिखाई देगी।
जैसे की मानव नेत्र 576 पिक्सेल का होता है लेकिन मानव मस्तिष्क इन को चित्र इतना प्रोसेस न करके हाई डेफिनेशन में ही प्रोसेस करता हैै।

एलियन है या नही !! नासा की खोज

परग्रही जीव या जिन्हे हम एलियन कहते है उनके बारे में सभी जानना चाहते है और सभी बड़ी एजेंसियां जो संसार में जीवन की तलाश में है लगी हुई है की वास्तव में इस तरह का जीवन धरती के अलावा कोई और जगह भी हो सकता है या नही।
 लेकिन विज्ञान के मूलभूत नियम की मानव को जीने के लिए पानी और ऑक्सीजन की आवश्यकता है तो क्या परग्रही को भी जीने के लिए इसकी आवश्कता होगी?? मेरे मायने में नही क्योंकि वह अगर ऐसे ग्रह पर हो जहा का वातावरण इस तरह का हो जहा न पानी हो न ऑक्सीजन तब भी जीवन की ऐसी खोज निकल जाए जो अनुकलन प्राप्त कर चुकी हो कहने को असंभव लगे लेकिन होने में हो सकता है।
हमसे प्रकाश वर्षो की दूरी पर जहा हम सिर्फ बड़े बड़े टेलिस्कोप से जा सकते हो वहा जीवन की तलाश करना असंभव सा लगता है लेकिन हमे जाना है तो कुछ असंभव ही संभव करना होगा जैसे की इंटरस्टेलर मूवी जो स्पेस जीवन की मिसाल है में हुवा ।

क्या दूसरे ग्रह के लोग धरती पर मौजूद है या थे ??

विज्ञान की दुनिया एक असीम असंख्य सीमा का ज्ञान है , जहा जा पाना और उसे पा पाना उसी तरह असंभव सा लगता है जैसे सूरज के पास जा पाना ।  अब आज का...