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क्या दूसरे ग्रह के लोग धरती पर मौजूद है या थे ??

विज्ञान की दुनिया एक असीम असंख्य सीमा का ज्ञान है , जहा जा पाना और उसे पा पाना उसी तरह असंभव सा लगता है जैसे सूरज के पास जा पाना ।  अब आज का विज्ञान ब्रह्मांड के दूसरे संजीवो को खोजने में लगा है,और धरती के लगभग सभी अंतरिक्ष अनुसंधान वाले मंगल तक पहुंच चुके है । लेकिन अभी भी एलियन की खोज होना बाकी है जिसे अभी कपोल कल्पना ही माना है लेकिन सोचने की बात ये है की धरती पर मानव है उसी तरह इस ब्रह्मांड की कोई और धरती होगी और वहा के वासी भी होगे । और हो सके तो उनकी पहुंच अपनी धरती तक हो गई हो जो हमारे बीच ही रह रहे हो जैसे की जासूस ?? क्या जाने इसमें कितनी सचाई है या मेरी कल्पना बाकी उनकी कहानियां इन दिनों बहुत सी जगह सुनने में आती है सबसे ज्यादा अमेरिका तो क्या अमेरिका के एलियन से कोई संबंध या एलियन का उस धरती से सीधा जुड़ाव लगता है। सुनने में हैरान करता है की वहा की फिल्मों में इस तरह की चीज़े दिखाई गई है जैसे की "Men in black" और "Stranger things" में । बाकी आप अपनी राय जरूर बताएं ।

Black Holl ऐसी जगह जहाँ से प्रकाश भी न निकल पाये

Black holl काला विवर एक ऐसी अनंत ऊर्जा का स्त्रोत जिसे हम इस तरह समझ सकते है की कोई भी ववस्तु प्रकाश उसके क्षेत्र में आने पर उससे निकल न पाये ब्लैक हॉल से बाहर निकलने का पलायन वेग अनन्त है और यह प्रकाश के वेग से भी ज्यादा है तो ये अनंत ऊर्जा का अति लघु क्षेत्र में समाया हुआ द्रव्य है जो न की अवशोषित करता है यह सब चूस जाता है । विज्ञान के बारे में जाने सामान्य सापेक्षता  में, अंतरिक्ष-समय की वक्रित प्रकृति और विभिन्न निर्देशांकों के चयन की वजह से r निर्देशांक को परिभाषित करना सरल नहीं है। इस परिणाम के सत्य होने के लिए, r की वेल्यू को इस प्रकार परिभाषित करना चाहिए ताकि वक्रित अन्तरिक्ष समय में r त्रिज्या एक स्फियर के A सतही क्षेत्र को अभी भी इस फार्मूला द्वारा प्रकट किया जा सके {\displaystyle A=4\pi r^{2}} r की इस परिभाषा से कोई अर्थ तभी निकलता है जब गुरुत्वाकर्षण क्षेत्र स्फेरिकली सममित हो, ताकि वहां एक के ऊपर एक कई सियार हों जिनपर एकसमान गुरुत्वाकर्षण क्षेत्र हो। कोई भी आकार जिसका विस्तार सिमित नही है यह सूर्य की ऊर्जा की तरह अन्त हिन् है। किसी वस्तु के गुरुत्वाकर्षण क्षेत्र से बच

क्या होगा जब हम प्रकाश की रफ़्तार से तेज़ हो

क्या आपको अज़ीब लगा की प्रकाश की रफ़्तार से तेज़ कोई हो सकता है  ... सुनने में यह अपने को लग सकता है की हा कोई ऐसी चीज़ चल भी पाये पर प्रकाश की रफ़्तार के बारे में जान लीजिये फिर बताइये तो प्रकाश की गति होती है 300000000 m/sec  यानि हर एक सेकंड में लाइट इतनी दुरी तय कर जाती है current affair for upsc,ssc अब आप बताइये की ये मुमकिन है अब आप कहेगे नही सही है ये मुमकिन किसी सॉलिड द्रव्यमान की वस्तु के लिए उतना ही नाममुंकिन है जितना की चाँद पर हवा तो अब ये मुमकिन कैसे हो सकता है ऐसी वस्तु का निर्माण जिसका द्रव्यमान स्थिर होने पर न हो गतिमान होने पर अल्प हो जाये और उसके द्वारा ऊर्जा की उत्पत्ति स्वयं हो तो यह मुमकिन है पर ये होना आज के विज्ञान में संभव नही है ऊर्जा की निर्माण के लिए स्त्रोत होगा ही होगा और उस ऊर्जा का स्त्रोत का द्रव्यमान भी होगा और वह भार उस वस्तु को धीमा कर देगा सापेक्ष रूप में कहे तो यह हवा से एनर्जी ले तो भी यह अपने भार में वृद्धि करेगी लेकिन यदि हम इस स्त्रोत ढूंढे जो न अपने निर्गत से ऊर्जा ले साथ में ऊर्जा मान नियत रहे तो ये मुमकिन  है तब ये संभव हो पायेगा... तब तक प

दूसरी दुनिया के लोग आपसे मिलना चाहते है ? : Time travel

क्या आपने कभी सोचा है की अपनी धरती के अलावा कोई दूसरी जगह नही जहाँ अपनी जैसी या अपने से उन्नत कोई संजीव जाति हो क्या ये हो सकता है तो इसका जवाब है ......हां   हम मानव यही सोचते है की हम ही उन्नत और विकसित है लेकिन यह एक वहम है हम इस संसार को सागर की एक बूँद के बराबर ही जान पाये है क्या पता हम जेसे कोई जीव इस संससार में कही मौज़ूद हो हो सकता है वे भी हमे खोज रहे हो जेसे की हम या ये भी की उन्हों के द्वारा हमे खोज लिया गया हो पर हम उतने उन्न्नत न हो के उन्हें महसूस या देख पाये वे हमारे बीच हो लेकिन हम ये जान न पाये या ये की ये वो ही हो जिन्हें हम कहते है ...'lord' यानि भगवान ईश्वर .....??

क्या होगा जब आप भविष्य में होंगे : Time Travel

दोस्तों आप को विज्ञान की कुछ बाते बेहद हैरान करती होगी की कैसे एक भारी रॉकेट आसमान में चला जाता है , कैसे एक छोटा सा बारूद का बम पुरे के पुरे मकान को उड़ा देता है, ये सभी बेसिक विज्ञान का परिणाम है आज हम बात करेगे एक ऐसे विज्ञान की जो अभी तक खोज भी नही पाये ह वो है time travel . हा time travel आपने कार्टून में देखा होगा लेकिन वास्तव में नही लेकिन ऐसा होना मुमकिन है इतिहास में बहुत से चीजे नाममुंकिन थी लेकिन वो हुई और विश्व को बदल के रख दिया । आप ने बरमुंडा ट्रायंगल के बारे में सुना होगा और मलेशिया के विमान के ग़ुम वो जाने के बारे में भी ये कोई घटना नही है एक ऐसी साज़िश जो दूसरी दुनिया से घटित की जा रही हो हम एक जरिया हो उनका ये एक नई आबादी बसाने के विचार हो और वह विमान टाइम travel के जरिये बरमुंडा ट्रायंगल से होता हुआ अगले दुनिया में जो सौ साल आगे हो या कोई नही दुनिया जहाँ सैनिको की आवश्यकता हो वहाँ ले जाया गया हो अभी भी केइ वैज्ञानिक इस बारे में लगे हुए है और जब तक खोज होगी दुनिया alein के बारे में भी जान जायेगी जब जब विज्ञान में आग लगी है तब तब एक ऐसी क्रांति आई है जो दुनिया बदल के

Reason Behind Titanic collapse : Facts

ओलंपिक श्रेणी का यात्री लाइनर टाइटैनिक व्हाइट स्टार लाइन के हस्तगत में था और उसका निर्माण Belfast (Ireland) के Harland ओर Wolff शिपयार्ड में किया गया था। वह 2,223 यात्रिओ के साथ न्यूयॉर्क शहर के लिए रवाना हुआ था। यह तथ्य है कि जब जहाज डूबा उस वक्त, जहाज पर उस समय के सभी नियमों का पालन करने के बावजूद केवल 1,178 लोगों के लिए जीवनरक्षक नौका थी। पुरुषो के मृत्यु की असंगत संख्या का मुख्य कारण महिलाओं और बच्चों को पहले प्रधानता देना था। RMS टाइटैनिक दुनिया का सबसे बड़ा वाष्प आधारित यात्री जहाज था। वह साउथम्पटन (इंग्लैंड) से अपनी प्रथम यात्रा पर, 10 अप्रैल 1912 को रवाना हुआ। चार दिन की यात्रा के बाद, 14 अप्रैल 1912 को वह एक हिमशिला से टकरा कर डूब गया जिसमें 1,517 लोगों की मृत्यु हुई जो इतिहास की सबसे बड़ी शांतिकाल समुद्री आपदाओं में से एक है। टाइटैनिक के डूबने का मुख्य कारण अत्यधिक गति से चलना था। (टाइटैनिक) के मालिक J. Bruce Ismay जे .ब्रूस इस्मे ने जहाज के कप्तान Edward Smith को जहाज को अत्यधिक गति से चलाने के लिए कहा था। 14 अप्रैल 1912 को टाइटैनिक को 6 बर्फ की चट्टानों की चेतावनिया मिली थी