Rajsthan Competitive Exam Gk Question ( Daily Update ) : Infinity Studies

To the point ~~~


 नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन

👇

➡️ हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे देश में नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन योजना लागू करने का ऐलान किया है|


➡️ इस योजना के तहत प्रत्येक देशवासी को एक हेल्थ आइडी दी जाएगी, जिसमें उसके स्वास्थ्य का पूरा लेखा-जोखा रहेगा|


➡️ इसके तहत पर्सनल मेडिकल रिकॉर्ड, जांच केंद्र, मेडिकल संस्थान और स्टेट मेडिकल काउंसिल को डिजिटाइज किया जाएगा|


➡️ लागू करने वाला निकाय- National Health Authority


➡️ उद्देश्य

👇

देश के नागरिकों का एक डिजिटल हेल्थ सिस्टम बनाना और हेल्थ डाटा को मैनेज करना है|


➡️ लाभ

👇

✔️पर्सनल हेल्थ केयर रिकॉर्ड

✔️निजी डॉक्टर की सुविधा

✔️हेल्थ फैसिलिटी रजिस्टर

✔️ई-फार्मेसी व टेलिमेडिसिन की सुविधा


➡️ प्रारंभ में लागू

👇

✔️चंडीगढ़

✔️लद्दाख

✔️दादरा और नगर हवेली और दमन और दीव

✔️पुदुचेरी

✔️अंडमान निकोबार

✔️लक्षद्वीप

To the point-👉

 News-🗞👇 

👇

✅ सुर्ख़ियों में– स्वदेशी माइक्रोप्रोसेसर चैलेंज

👇

➡️ हाल ही में केंद्र सरकार ने 'स्वदेशी माइक्रोप्रोसेसर चैलेंज' लॉन्च किया है|


➡️ यह चैलेंज आत्मनिर्भर भारत मिशन के तहत शुरू किया गया घटक है। इसका उद्देश्य घरेलू प्रोसेसर इकोसिस्टम के इर्द-गिर्द कम खर्च वाले समाधान' विकसित कर इनोवेशन को बढ़ावा देना है।


➡️ यह चैलेंज केंद्रीय आईटी मंत्री श्री रविशंकर प्रसाद ने लांच किया है|


➡️ इस चैलेंज के प्रतिभागियों को ईनामस्वरूप कुल 4.3 करोड़ रूपये भी दिए जाएंगे।



✅ आत्मनिर्भर भारत अभियान

👇

➡️ COVID-19 महामारी के बाद भारत को उत्पादन मे आत्मनिर्भरता की तरफ अग्रसर करना|


➡️ मिशन के चरण

👇

✔️प्रथम चरण- चिकित्सा, वस्त्र, इलेक्ट्रॉनिक्स, प्लास्टिक, खिलौने जैसे क्षेत्रों को प्रोत्साहित|

✔️द्वितीय चरण- रत्न एवं आभूषण, फार्मा, स्टील जैसे क्षेत्रों को प्रोत्साहित|


➡️ स्तंभ

👇

✔️अर्थव्यवस्था

✔️अवसंरचना

✔️प्रौद्योगिकी

✔️गतिशील जनसांख्यिकी

✔️मांग


➡️ आर्थिक प्रोत्साहन

👇

✔️प्रधानमंत्री ने आत्मनिर्भर भारत निर्माण की दिशा में विशेष आर्थिक पैकेज जो 20 लाख करोड़ रुपये का है, की घोषणा की है|



1..बनास , चम्बल तथा सीप नदियों का त्रिवेणी संगम स्थल कौनसा है ?
A बीगोद ( भीलवाड़ा ) में
B राजमहल ( टोंक ) में
C बेणेश्वर ( डूंगरपुर ) में
D रामेश्वर घाट ( सवाईमाधोपुर ) में

2..राजस्थान उच्च न्यायालय के न्यायाधीश जो मुख्य न्यायाधीश पद पर सर्वाधिक लंबी अवधि पर पदासीन रहे_
कमलकांत वर्मा
श्री कैलाशनाथ वाचू
अरुण कुमार

3..बनास , डाई व खारी नदियों का त्रिवेणी संगम कहां पर होता है ?
A बीगोद ( भीलवाड़ा ) में
B बेणेश्वर ( डूंगरपुर ) में
C राजमहल ( टोंक ) में
D रामेश्वर घाट ( सवाईमाधोपुर ) में
चांदमल लोढा

4.️ साइमन कमीशन का भारत आगमन किस वर्ष हुआ ?

1⃣ 1912 में
2⃣ 1917 में
3⃣ 1928 में
4⃣ 1931 में

5..️प्रसिद्ध संगीतज्ञ तानसेन का मकबरा स्थित है ?

1⃣ आगरा में
2⃣ जयपुर में
3⃣ झाँसी में
4⃣ ग्वालियर में

6.पुरातत्व के लिए महत्वपूर्ण “दर” नामक स्थान कहाँ स्थित है?
अ. भरतपुर
ब. बीकानेर
स. उदयपुर
द. गंगानगर

7..प्रधानमंत्री का चुनाव कौन करता है?          1.राष्ट्रपति 2.सांसद 3.मंत्रिपरिषद 4.भारत का मुख्य न्यायाधीश

8..भपंग किस प्रकार का वाद्य है?
अ. अवनद्य
ब. सुषिर
स. घन
द. तत्

9.■वह प्रथम भारतीय खिलाड़ी, जिसने एशियाई स्नूकर टूर खिताब जीता ?
पंकज आडवाणी
गीत सेठी
अखिल राजवंशी
मिलान खान

10.️. गुलबदन बेगम पुत्री थी ?

1⃣ हुमायूँ की
2⃣ बाबर की
3⃣औरंगजेब की
4⃣ शाहजहाँ की




महंगी गाडियो में चकाचोंध क्यों नही होती : about poleroid

  रात में गाड़ी चलाते समय आँख में सामने से आने वाली गाडियो की लाइट चमक चका चौन्ध पैदा कर देती है क्या ये सब महँगी गाडियो में होता है ?
और सूरज के सामने देखने पर होने वाली चका चौन्ध को कैसे दूर करे या कम किआ जा सकता है तो विज्ञान में इसका भी इलाज़ है ... जी हां आज बात करते है 'पोलेरोइड' के बारे में ।
यानि प्रकाश को उसके दो घटको लंबवत और समान्तर घटको मेसे  एक को प्रथक करने वाला यंत्र ।।
   यानि अधुर्वित प्रकाश को धुर्वित प्रकाश में बदलने वाला सस्ता उपकरण आपके पास पोलेरोइड होता है ।
   यह कुनैन का आयोडोसुल्फ़ेट या हरपेथाईट नाम का कार्बनिक योगिक के छोटे छोटे क्रिस्टल पर निट्रोसैल्युलोज़ के बोहोत पतली फ़िल्म यानि परत चढ़ा देते है जिससे सभी क्रिस्टल के प्रकाशिक अक्ष एक दिशा में यानि समान्तर आ जाये  ये द्विवर्णता के गुण वाले क्रिस्टल होते है ये फ़िल्म कांच के दो प्लेटो के बिच में रख देते हैऔर ये पोलेरोइड तैयार  हो जाता है  ।
जब अध्रवित प्रकाश आता है तो उसमे लंबवत ओर समान्तर घटक दोनों होते है तो एक घटक जो समान्तर होता है वह तो जाने दिया जाता है बाकि धीरे धीरे अवशोषित हो जाता है और निर्गत प्रकाश समतल धुर्वित होता है और प्रकाश की तीव्रता भी कम हो जाती है यह आधी हो जाती है और चकाचोंध भी नही उत्पन्न करता है।।
इसका उपयोग गाडियो , धुप के चश्मो और 3d फिल्मो को बनाने और देखने के लिए किया जाता है ।

Holy Bible inspirational Quotes : Black Holl

       "Holy Quotes"

I have two favorite quotes: -For I know the plans I have for you, "says the Lord." The plans are for good and not for disaster, to give you a future and a hope. -Jeremiah 29:11
The heart of man plans his way, but the Lord establishes his steps. - Proverbs 16:9

For in Christ Jesus neither circumcision nor uncircumcision counts for anything, but only faith working through love.

But let justice roll down like waters, and righteousness like an ever-flowing stream. - Amos 5:24

A good name is to be chosen rather than great riches, and favor is better than silver or gold. - Proverbs

I have not departed from the commandment of his lips; I have treasured the words of his mouth more than my portion of food. - Job 23:12

I want to know you Lord. I’ve been told to be ashamed, I don’t measure up, I’m not good enough. But you lift my head and say no amount of untruth can separate us. #spirituality #qotd #quotes #daybyday #quoteoftheday #positive #encouragement #instaquote #inspirationalquote

Life strory of Srinivasa Ramanujan ( सदी का महान् गणितज्ञ )

श्रीनिवास रामानुजन् इयंगर (तमिल ஸ்ரீனிவாஸ ராமானுஜன் ஐயங்கார்) (22 दिसम्बर 1887 – 26 अप्रैल 1920) एक महान भारतीय गणितज्ञ थे
रामानुजन का जन्म 22 दिसम्बर1887 को भारत के दक्षिणी भूभाग में स्थित कोयंबटूर के ईरोड नामके गांव में हुआ था। वह पारंपरिक ब्राह्मण परिवार में जन्मे थे। इनकी की माता का नाम कोमलताम्मल और इनके पिता का नाम श्रीनिवास अय्यंगर था। इनका बचपन मुख्यतः कुंभकोणम में बीता था जो कि अपने प्राचीन मंदिरों के लिए जाना जाता है। बचपन में रामानुजन का बौद्धिक विकास सामान्य बालकों जैसा नहीं था। यह तीन वर्ष की आयु तक बोलना भी नहीं सीख पाए थे। जब इतनी बड़ी आयु तक जब रामानुजन ने बोलना आरंभ नहीं किया तो सबको चिंता हुई कि कहीं यह गूंगे तो नहीं हैं। बाद के वर्षों में जब उन्होंने विद्यालय में प्रवेश लिया तो भी पारंपरिक शिक्षा में इनका कभी भी मन नहीं लगा। रामानुजन ने दस वर्षों की आयु में प्राइमरी परीक्षा में पूरे जिले में सबसे अधिक अंक प्राप्त किया और आगे की शिक्षा के लिए टाउन हाईस्कूल पहुंचे। रामानुजन को प्रश्न पूछना बहुत पसंद था। उनके प्रश्न अध्यापकों को कभी-कभी बहुत अटपटे लगते थे। जैसे कि-संसार में पहला पुरुष कौन था? पृथ्वी और बादलों के बीच की दूरी कितनी होती है? रामानुजन का व्यवहार बड़ा ही मधुर था। इनका सामान्य से कुछ अधिक स्थूल शरीर और जिज्ञासा से चमकती आखें इन्हें एक अलग ही पहचान देती थीं। इनके सहपाठियों के अनुसार इनका व्यवहार इतना सौम्य था कि कोई इनसे नाराज हो ही नहीं सकता था। विद्यालय में इनकी प्रतिभा ने दूसरे विद्यार्थियों और शिक्षकों पर छाप छोड़ना आरंभ कर दिया। इन्होंने स्कूल के समय में ही कालेज के स्तर के गणित को पढ़ लिया था। एक बार इनके विद्यालय के प्रधानाध्यापक ने यह भी कहा था कि विद्यालय में होने वाली परीक्षाओं के मापदंड रामानुजन के लिए लागू नहीं होते हैं। हाईस्कूल की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद इन्हें गणित और अंग्रेजी मे अच्छे अंक लाने के कारण सुब्रमण्यम छात्रवृत्ति मिली और आगे कालेज की शिक्षा के लिए प्रवेश भी मिला। 
आगे एक परेशानी आई। रामानुजन का गणित के प्रति प्रेम इतना बढ़ गया था कि वे दूसरे विषयों पर ध्यान ही नहीं देते थे। यहां तक की वे इतिहास, जीव विज्ञान की कक्षाओं में भी गणित के प्रश्नों को हल किया करते थे। नतीजा यह हुआ कि ग्यारहवीं कक्षा की परीक्षा में वे गणित को छोड़ कर बाकी सभी विषयों में फेल हो गए और परिणामस्वरूप उनको छात्रवृत्ति मिलनी बंद हो गई। एक तो घर की आर्थिक स्थिति खराब और ऊपर से छात्रवृत्ति भी नहीं मिल रही थी। रामानुजन के लिए यह बड़ा ही कठिन समय था। घर की स्थिति सुधारने के लिए इन्होने गणित के कुछ ट्यूशन तथा खाते-बही का काम भी किया। कुछ समय बाद 1907 में रामानुजन ने फिर से बारहवीं कक्षा की प्राइवेट परीक्षा दी और अनुत्तीर्ण हो गए। और इसी के साथ इनके पारंपरिक शिक्षा की इतिश्री हो गई।
] इन्हें आधुनिक काल के महानतम गणित विचारकों में गिना जाता है। इन्हें गणित में कोई विशेष प्रशिक्षण नहीं मिला, फिर भी इन्होंने विश्लेषण एवं संख्या सिद्धांत के क्षेत्रों में गहन योगदान दिए। इन्होंने अपने प्रतिभा और लगन से न केवल गणित के क्षेत्र में अद्भुत अविष्कार किए वरन भारत को अतुलनीय गौरव भी प्रदान किया।

ये बचपन से ही विलक्षण प्रतिभावान थे।[2] इन्होंने खुद से गणित सीखा और अपने जीवनभर में गणित के 3,884 प्रमेयों का संकलन किया। इनमें से अधिकांश प्रमेय सही सिद्ध किये जा चुके हैं। इन्होंने गणित के सहज ज्ञान और बीजगणित प्रकलन की अद्वितीय प्रतिभा के बल पर बहुत से मौलिक और अपारम्परिक परिणाम निकाले जिनसे प्रेरित शोध आज तक हो रहा है, यद्यपि इनकी कुछ खोजों को गणित मुख्यधारा में अब तक नहीं अपनाया गया है। हाल में इनके सूत्रों को क्रिस्टल-विज्ञान में प्रयुक्त किया गया है। इनके कार्य से प्रभावित गणित के क्षेत्रों में हो रहे काम के लिये रामानुजन जर्नल की स्थापना की गई है।

Lord Shree Ram !! Quotes , wallpaper hd 10+ latest Quotes

 जिनके मन में श्री राम है,
भाग्य में उसके वैकुण्ठ धाम है,
उनके चरणो में जिसने जीवन वार दिया,
संसार में उसका कल्याण है.
जिया श्री राम...! जय श्री राम...!



 श्री राम जय राम जय जय राम,
हरे राम हरे राम हरे राम,
हनुमान जी की तरह जपते जाओ ,
अपनी सारी बाधाएं दूर करते जाओ,
JAI SHREE RAM


 राम जिनका नाम है, अयोध्या जिनका धाम है,
ऐसे रघुनंदन को, हमारा प्रणाम है,
आपको और आपके परिवार को
 ** जय श्री राम ** ** जय श्री राम **



 राम जी की ज्योति से नूर मील है,
सबके दिलो को शूरुर मिल्ता है,
जो भी जाम है राम जी के द्वार,
कुछ ना कुछ जरुर मिल गया है.
“ जय श्री राम ”

 हमारी ताकत का अंदाजा हमारे जोर से नही
दुश्मन के शोर से पता चलता है !
बोलो सिया पति राम चंद्र की जय....!!


 जो तुम सोचते हो माना वो सही है
पर बात वो ही सही है , जो हमने कही है !
!!...जय..श्री..राम..!!



 शोक उचे है रुतबा ऊँचा है
राम भक्तो के आगे ये ज़माना झुकता है !
श्री राम जय राम जय जय राम !!



 हकूमत दूसरों के दम पर तो कोई भी कर ले ,
जो अपने दम पर छा जाए, वो हम है..!!
    !!..जय श्री राम..!!



 सुप्रीम कोर्ट कहती है की राम भक्तो को आरक्षण की जरूरत नही है,
एक बात बताता हु मै की आरक्षण की क्या,
हम रामभक्तो को सुप्रीम कोर्ट की भी जरूरत नही है ।

Jai jai shree ram ....



 जिस दिन रामभक्तो की सरकार बन गई ना तो..
अयोध्या में राम मन्दिर क्या.
पाकिस्तान में भी माँ भवानी का झंडा गर देगें
जय श्री राम



असली रामभक्त -
अन्य के लिए जो रक्त बहाये
मातृभूमि का जो देशभक्त कहलाये
गर्जन से शत्रु का तख़्त हिलाये
असुरो से पृथ्वी को विरक्त कराये
वही असली राम भक्त कहलाये.!
जय श्री राम....!!



 कोई अपने आप को बादशाह
समझता है… तो कोई एक्का ….
अरे जाके बोलदो उस बादशाह और एक्के से …..
रामभक्त की एंट्री हो गई है….
बोलो जय श्री राम ***

Jai jai shree ram







क्या दूसरे ग्रह के लोग धरती पर मौजूद है या थे ??

विज्ञान की दुनिया एक असीम असंख्य सीमा का ज्ञान है , जहा जा पाना और उसे पा पाना उसी तरह असंभव सा लगता है जैसे सूरज के पास जा पाना ।  अब आज का...